सेवा सिमरन औऱ सत्संग से सुख नही तो किसकी कमी: बाबाजी ने ये बताया

Radha Soami - बाबाजी फरमाते हैं नाम बड़ी ऊँची दौलत है। बड़े भाग्य से मिलता है। जो भाग्य से मिला है तो इसकी कदर करो। दबा कर कमाई करो। हमारा एक एक स्वांस करोड़ की कीमत का है। इसको ऐसे ही न खोवो। सतगुरु जिस दिन नाम देते उस दिन से शिष्य के अंदर बैठ जाते हैं, यह बात शिष्य नहीं समझता। यदि शिषय कमाई करे तो देख ले। बुलेशाह ने भी कहा है- असाँ ते वख नहीं, देखन वाली अख नहीं, बिना शौह थी, दूजा कख नहीं। गुरु नानक देव जी दुनिया के जीव बहुत बुरी तरह काल के जाल में फँसे हुए हैँ । जो कर्म पहले किये हैं। उनका नतीजा अब रो-पीटकर भोग रहे हैं और उसी तरह बुरे-खोटे पाप और कर्म करते जा रहे हैं । भूले हुए हैं कि इनका नतीजा भोगने के लिये फिर इसी चौरासी के चक्कर में आना पड़ेगा ।...