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नाम से ही आपका परमात्मा से मिलाप संभव है लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बाबाजी की इन बातों को नही पढ़ा, तो सब बेकार है

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बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय। जो दिल खोजौं आपना, मुझसा बुरा न  होय।। कबीर सब तें हम बुरे, हम तें भल सब कोय। जिन ऐसा करी बूझिया, मित्र हमारा सोय।। महात्माओं का समझाने का  तरीका महात्माओं का हमें समझाने का सिर्फ यही मतलब है, कि किसी चीज का घमंड और अहंकार नहीं करना चाहिए। इंसान के जामे में बैठकर मन में नम्रता, दीनता और आजिजी रखनी चाहिए और नाम की कमाई करनी चाहिए क्योंकि नाम की कमाई ही हमारा साथ देगी और तभी हमारा देह में आने का मकसद पूरा हो सकेगा। बाबाजी का कथन :-  सत्संग आपके भाग्य को बदल सकता है। बाबाजी का कथन। नाम की कमाई, उत्तम कमाई शब्द या नाम की कमाई के सिवाय और कोई उपाय और तरीका नहीं है जिससे हम देह के बंधनों से छुटकारा प्राप्त कर सकें। इसके अलावा बाकी जितनी भी साधन है जैसे जप-तप, पूजा-पाठ, दान-पुण्य वगैरह सब का फल हमें जरूर मिलता है। लेकिन उनका फल लेने के लिए हमें फिर से देह के बंधनों में आना पड़ता है। नेक कर्म करते हैं तो राजा-महाराजा बनकर आ जाते हैं। सेठ साहूकार बनकर आ जाते हैं। ज्यादा से ज्यादा बैकुंठों-स्वर्गों तक पहुंच जाते...