शनिवार, 8 जनवरी 2022

गुरु बिन कोई नही संगयन में

Radha soami- कोई भी जीव इस दुनिया में आता है तो उसके साथ सदा उस परमात्मा का हाथ उसके सिर पर बना रहता है। उसी की मेहर से ही हम दुनिया का सफर तय करते हैं।


मालिक हमारे अंग-संग 
बाबाजी कई बार फ़रमाते है कि हर घड़ी, हर पल वो मालिक हमारे अंग-संग रहता है। दुःख-सुखः में कभी भी मालिक आपका साथ नही छोड़ते। परन्तु हम इस बात पर ध्यान नहीं देते, की हमारा भी कोई फ़र्ज़ बनता है उस मालिक के प्रति। हमे भी गुरु के प्रति प्रेम जगाना चाहिए। क्योंकि गुरु के बिना हम किसी भी कार्य में सफल नहीं हो सकते। 

हमें परमात्मा की भक्ति और ज़ोर देना चाहिए। हमें मनुष्य जन्म मिला है तो उनका फायदा उठाना चाहिए। क्योंकि की मनुष्य जन्म सबसे उत्तम जन्म होता है। औऱ हम परमात्मा की भक्ति भी इसी जन्म में कर सकते हैं।

आपको दुःखो का सामना नहीं करना पड़ेगा
आप उस कुल मालिक की भक्ति करोगे तो कभी भी आपको दुःखो का सामना नहीं करना पड़ेगा। अगर फिर भी अगर आपको दुःखो का सामना करना पड़ता है वो भी बड़ी आसानी से निकल जायेगा। 

शनिवार, 1 जनवरी 2022

जीवन में आये और ये नहीं किया तो सब बेकार

Radha Soami- बाबा जी फरमाते हैं कि अगर दुनिया में आये हो और सत्संग का साथ मिला है तो आप बहुत भाग्यशाली हो। क्योंकि की बड़े खुशनसीब जीवों को ही मनुष्य जन्म मिलता है। और ऐसे ही खुशनसीब जीवों को सत्संग मिलता है। लेकिन फिर भी बहुत से लोग इस जीवन का लाभ नहीं उठाते।
नामदान ही एक रास्ता
बाबाजी हर बार अपने सत्संग में फ़रमाते है कि अगर परमात्मा को पाना है। और अपने निजघर जाना है तो गुरु के हुकमनुसार चलना पड़ेगा। उनके बताये गये रास्ते चलना पड़ेगा। बाबाजी बताते हैं कि अगर नेक नीति से चलोगे तो हर काम बनते चले जायेंगे। और असल काम जो हम करने आये है वो भी बड़ी आसानी से हो जाएगा। कोनसा काम? वो काम है गुरु से नाम की प्राप्ति। जब हम सत्संग में जाते हैं तब हमें नामदान की अहमियत का पता चलता है। नामदान ही जिसके सहारे हम परमात्मा के घर जा सकते हैं।

ये अंतिम अवसर
गुरु के मतानुसार मनुष्य जन्म ही आखिरी और अंतिम अवसर है जिससे हम अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते है। अगर मनुष्य जन्म हाथ से निकल गया तो पता नहीं कितने सालों तक दुखों का पहाड़ उठाना पड़ेगा। कितनी योनियों में भटकना पड़ेगा। इसलिए बाबा जी बार-बार हिदायतें देते रहते हैं कि भाई मनुष्य जन्म का लाभ उठा लो। नामदान का फायदा उठा लो। भजन-सुमिरन पर जोर दो ताकि अपने असल मुकाम पर पहुंच जाएं।


संत मार्ग सिद्धांत की जानकारी के लिए पढ़ें

राधास्वामी जी

आप सभी को दिल से राधास्वामी जी